महालक्ष्मी पूजा (महाराष्ट्र)
यह festival महाराष्ट्र में मनाये जाने वाले त्यौहारो में से एक है जो गणेश चतुर्थी के तीसरे दिन से शुरू होकर 3 दिनों तक रहता है
महालक्ष्मी पूजन महान अनुपात में Vidarabh में धार्मिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। पारंपरिक और पैतृक तीन दिवसीय गौरी (महालक्ष्मी) पूजा एक उत्सव की तरह मानते है
इस पूजा में ऐसा कहा जाता है की महालक्ष्मी साल में 3 दिन के लिए अपने मइके (माँ के घर ) रहने के लिए आती है और उनके मइके आने की ख़ुशी में परिवार में उत्सव जैसा माहौल होता है जिसमे सभी परिवार शामिल होते है और एक शादी जैसा आयोजन होता है घर पर एक महापूजा रखी जाती है और कई प्रकार के भोजन का इंतजाम किया आता है जिसमे परिवार के सभी नाते - रिश्तेदारों और दोस्तों को भी आमंत्रित किया जाता है
नागपुर में रहने वाले अनिल पुसदकर और उनका परिवार इस त्यौहार को पिछ्ले 80 सालों से मानते आ रहे है 80 साल से इस महालक्ष्मी पूजा को करने का मतलब है की जिस महालक्ष्मी की वो महापूजा करते है वह 80 साल पुरानी है इस महापूजा के बारे में वो कहते है की महालक्ष्मी के मइके आने से हम सभी बहुत उत्साहित है और पिछ्ले एक महीने से इसकी तैयारी में लगे है वो बताते है की इन तीन दिनों में हल्दी - कुमकुम का भी आयोजन किया जाता है जिसमे सभी सुहागनों को बुलाया जाता है इस प्रकार इस तीन दिन का उत्सव एक शादी और फिर विदाई के जैसे पूरा होता है और फिर इंतजार शुरू होता है अगले साल के इन तीन दिनों का जब माँ महालक्ष्मी मइके आएंगी ।
Mahalaxmi-Puja-Maharashtra