Aluminum utensils harmful : खतरनाक है ऐल्युमिनियम के बर्तन
एलुमिनियम एक रासायनिक तत्व है जो धातुरूप में पाया जाता है। यह भूपर्पटी में सबसे अधिक मात्रा में पाई जाने वाली धातु है। एलुमिनियम का एक प्रमुख अयस्क है - बॉक्साईट। यह मुख्य रूप से अलुमिनियम ऑक्साईड, आयरन आक्साईड तथा कुछ अन्य अशुद्धियों से मिलकर बना होता है। बेयर प्रक्रम द्वारा इन अशुद्धियों को दूर कर दिया जाता है जिससे सिर्फ़ अलुमिना (Al2O3) बच जाता है। एलुमिना से विद्युत अपघटन द्वारा शुद्ध एलुमिनियम प्राप्त होता है।
एलुमिनियम धातु विद्युत तथा ऊष्मा का चालक तथा काफ़ी हल्की होती है। इसके कारण इसका उपयोग हवाई जहाज के पुर्जों को बनाने में किया जाता है। भारत में जम्मू कश्मीर, मुंबई, कोल्हापुर, जबलपुर, रांची, सोनभद्र, बालाघाट तथा कटनी में बॉक्साईट के विशाल भंडार पाए जाते है। उड़ीसा स्थित नाल्को (NALCO) दुनिया की सबसे सस्ती अलुमिनियम बनाने वाली कम्पनी है
एलुमिनियम के बर्तनों का प्रयोग
एल्युमीनियम के बर्तन जो आज कल हर घर में पाए जाते है, क्या आप जानते है के ये हमारे शरीर में ज़हर का काम करते है, हम इन बर्तनों से जो भी खाना बनाते है वो खाना भी हमारे लिए एक धीमा ज़हर बन जाता है।आज कल ये हमारे घरो में फ्राईंग पैन, कडाही और भी कई प्रकार के बर्तनों के रूप में हमारी रसोई में मौजूद रहता है।एल्यूमीनियम के बर्तन की लागत कम है, लेकिन इन में बना हुआ खाना हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारक है। आम तौर पर प्रति दिन हम 4 से 5 मिलीग्राम एल्यूमीनियम की मात्रा हमारे शरीर में पहुँचती है सिर्फ इसलिए क्यूंकि हमारा भोजन एल्युमीनियम के बर्तनों में बनता है, एल्यूमीनियम की इस बड़ी मात्रा को निकालने में हमारा शरीर असमर्थ है।
हमारे देश में एल्यूमिनियम के बर्तन 100-150 साल पहले ही आये हैं उससे पहले धातुओं में पीतल, काँसा, चाँदी,फूल आदि के बर्तन ही चला करते थे और बाकी मिटटी के बर्तन चलते थे। अंग्रेजों ने जेलों में कैदियों के लिये ऐल्यूमीनियम के बर्तन शुरु किये क्योंकि उसमें से धीरे-धीरे विष हमारे शरीर में जाता है। ऐल्यूमीनियम के बर्तन के उपयोग से कर्इ प्रकार के गंभीर रोग होते हैं जैसे अस्थमा, वात रोग, टी.बी. शुगर आदि । पुराने समय में फूल और पीतल के बर्तन होते थे जो स्वास्थ्य के लिये अच्छे माने जाते हैं यदि संभव हो तो वही बर्तन फिर से लेकर आयें, हमारे पुराने वैज्ञानिकों को मालूम था कि एल्यूमीनियम बाक्साइट से बनता है और भारत में इसकी भरपूर खदानें हैं फिर भी उन्होंने एल्यूमीनियम के बर्तन नहीं बनाये क्योंकि यह भोजन बनाने और खाने के लिए सबसे घटिया धातु है इससे अस्थमा, टी.बी., वात रोग में बढ़ावा मिलता है इसलिये एल्यूमीनियम के बर्तनों का उपयोग बन्द करें ।
भारत के घरों में एल्यूमिनियम के बर्तनों का इस्तेमाल आम बात है, लेकिन एल्यूमिनियम के बर्तनों में खाना पकाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
जब इन बर्तनों में खाना पकाया जाता है तो यह एल्यूमिनियम को अवशोषित करता है और कुकिंग के दौरान यह एल्यूमिनियम खाने में मिल जाता है।
यह एल्यूमिनियम रक्त के साथ मिलकर शरीर के अंगों में पहुंचता है जिससे अनेक स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा होती हैं। एल्यूमिनियम के बर्तनों का स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होने का कारण है इनमें आयोन्स के तत्वों की मौजूदगी।
ये आयोन्स दिमाग के लिए नुकसानकारी हैं और लगातार इनकी मात्रा शरीर में जाने से अल्जाइमर रोग होता है। एल्यूमिनियम किडनी के रोगियों के लिए सही नहीं है खास तौर पर जो लोग डायलेसिस पर हैं उनके लिए। इसलिए बेहतर होगा यदि आप इन एल्यूमिनियम के बर्तनों में खाना ना पकाएं।
इससे अच्छा है कि आप स्टेनलेस स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल करें जो स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं डालते हैं।
कैसे होता है नुकसान
इसका मुख्य कारण ये है कि जब हम एल्युमीनियम के बर्तनों में खाना बनाते है तो एल्युमीनियम एसिडिक फूड के साथ एक रिएक्शन करता है, यह अत्यधिक प्रतिक्रियाशील है और भोजन के साथ मिल जाता है और हमारे भोजन के साथ हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता है। एल्युमीनियम भारी धातु है और हमारा उत्सर्जन तंत्र इस को पचाने और शरीर से बहार निकलने में असमर्थ है, अगर हम इन बर्तनों में बना हुआ खाना कई सालो तक खाते रहे तो ये धातु हमारे लीवर, तंत्रिका तंत्र में समा जाता है, और ये अवस्था हमारे शरीर को कई गंभीर बीमारियों में ड़ाल देती है जिनके बारे में लोगो को पता नहीं चलता, यह मुख्य रूप से मस्तिष्क पर काम करता है और मानव मस्तिष्क की कोशिकाओं के विकास को रुक देता है।
एल्यूमीनियम का मुख्य लक्षण है पेट में दर्द होना। जब आप पेट में दर्द महसूस करते है तो यह एल्यूमीनियम विषाक्तता के कारण हो सकता है।
आइये देखते हैं की एल्यूमिनियम के बर्तन किस तरह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं...
अल्जाइमर का सबसे बड़ा कारण
एल्यूमिनयम के बर्तनों से नर्वस सिस्टम यानि तंत्रिका तंत्र पर गलत प्रभाव पड़ता है। यह अल्जाइमर का सबसे बड़ा कारण है। इस तरह की बीमारियों से बचने के लिए जितना हो सके इस तरह के बर्तनों का इस्तेमाल ना करें।
उदासी और नीरसता
यदि आप नियमित रूप से एल्यूमिनियम के बर्तनों का इस्तेमाल करते आ रहे हैं तो आप थकान और उदासीपन महसूस करेंगे। यदि ऐसा है तो मेडिकल टेस्ट कराएं और यदि इसका कारण एल्यूमिनियम के बर्तनों का इस्तेमाल है तो तुरंत इनका इस्तेमाल बंद कर दें।
ऑस्टियोपोरोसिस
एल्यूमिनियम हड्डियों के विकास को कम कर देता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। यही कारण है कि युवा महिलाओं की हड्डियाँ सामान्य की तुलना में कमजोर होती हैं।
किडनी की खराबी
यदि आप ज्यादा समय तक एल्यूमिनियम के बर्तनों का इस्तेमाल करते हैं तो इससे बड़ी आंत, किडनी और रक्त पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
कैंसर
हालांकि यह सिद्ध नहीं हुआ है कि एल्यूमिनियम से कैंसर होता है लेकिन यह माना जाता है कि यह बड़ी आंत के संतुलन को काफी हद तक प्रभावित करता है जिससे कैंसर की आशंका बढ़ जाती है।